AI kisne banaya aur kab - हिन्दी में

Play Now

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) या कृत्रिम बुद्धिमत्ता आज के समय की सबसे तेज़ी से बढ़ती तकनीक है। यह इंसानों की सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता को मशीनों में उतारती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि AI को किसने बनाया, कब बनाया और सबसे पहले इसका प्रयोग कहाँ हुआ? इस लेख में हम इन सभी सवालों का जवाब विस्तार से जानेंगे।


AI kisne banaya aur kab


🌍 कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) क्या है?

कृत्रिम बुद्धिमत्ता या AI एक ऐसी तकनीक है जो कंप्यूटर और मशीनों को इंसानों की तरह सोचने और कार्य करने में सक्षम बनाती है। इसमें डेटा, लॉजिक, गणित और प्रोग्रामिंग का उपयोग करके मशीनें इंसानों जैसी समझ विकसित करती हैं।

आज AI हमारे जीवन के हर क्षेत्र में मौजूद है — चाहे वो मोबाइल असिस्टेंट (Siri, Alexa, Google Assistant) हों या फिर ChatGPT जैसे चैटबॉट। यहां तक कि बैंकिंग, हेल्थ, एजुकेशन और फिल्म इंडस्ट्री में भी AI का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है।

👨‍🔬 AI का निर्माण किसने किया? (AI ka nirmata kaun hai)

AI का निर्माण किसी एक व्यक्ति का काम नहीं था, बल्कि यह कई वैज्ञानिकों के सामूहिक प्रयासों का परिणाम है। लेकिन अगर किसी एक व्यक्ति को इसका जनक कहा जाए तो वह हैं John McCarthy (जॉन मैककार्थी)

1956 में उन्होंने “Artificial Intelligence” शब्द का पहली बार प्रयोग किया। उन्होंने अमेरिका के Dartmouth College में एक ऐतिहासिक सम्मेलन आयोजित किया, जहाँ उन्होंने और उनके साथी वैज्ञानिकों ने AI पर रिसर्च की दिशा तय की। इसी वजह से John McCarthy को “Father of Artificial Intelligence” कहा जाता है।

उन्होंने ही LISP नाम की प्रोग्रामिंग भाषा बनाई, जो शुरुआती AI प्रयोगों में उपयोग की गई थी। उनके अलावा Marvin Minsky, Allen Newell और Herbert A. Simon जैसे वैज्ञानिकों का भी बड़ा योगदान रहा।

🕰️ AI किसने बनाया और कब? (AI kisne banaya aur kab)

AI का विचार सबसे पहले 1940 और 1950 के दशक में उभरा। ब्रिटिश गणितज्ञ Alan Turing (एलन ट्यूरिंग) ने यह सवाल उठाया — “क्या मशीन सोच सकती है?”

उन्होंने 1950 में Turing Test नाम का एक सिद्धांत दिया, जो यह जांचता था कि क्या कोई मशीन इंसान जैसी बातचीत कर सकती है। यह टेस्ट आज भी AI की नींव माना जाता है।

1956 में John McCarthy ने AI को आधिकारिक रूप से जन्म दिया और यहीं से इसका असली सफर शुरू हुआ। अगले कुछ वर्षों में कई नए AI प्रोग्राम बनाए गए जो गणित, भाषा और गेमिंग जैसी समस्याओं को हल करने में सक्षम थे।

संक्षेप में कहा जाए तो: - 1950 में – Alan Turing ने AI का विचार दिया। - 1956 में – John McCarthy ने AI शब्द का प्रयोग किया। - 1958 में – पहला AI प्रोग्राम विकसित किया गया।

🧩 AI का पहला प्रयोग किसने किया? (AI ka pehla prayog kisne kiya)

AI का पहला व्यावहारिक प्रयोग 1951 में हुआ था, जब वैज्ञानिकों ने एक कंप्यूटर को शतरंज (Chess) खेलने के लिए प्रोग्राम किया।

इसके बाद 1955 में Allen Newell और Herbert A. Simon ने “Logic Theorist” नामक प्रोग्राम बनाया, जो गणितीय प्रमेयों को हल कर सकता था। इसे दुनिया का पहला सफल AI प्रोग्राम माना जाता है।

1960 के दशक में ELIZA नामक चैटबॉट बनाया गया, जो इंसानों से बातचीत कर सकता था। यह AI के इतिहास में एक बड़ा कदम था, क्योंकि इसने दिखाया कि मशीनें भाषा समझ सकती हैं।

इसके बाद 1997 में IBM का Deep Blue कंप्यूटर विश्व शतरंज चैंपियन Garry Kasparov को हराने में सफल हुआ — और यही AI की सबसे बड़ी ऐतिहासिक जीत मानी जाती है।

🇺🇸 AI किस देश में बना था? (AI kis desh me bana tha)

AI की शुरुआत अमेरिका (United States) में हुई थी। सबसे पहला AI सम्मेलन अमेरिका के Dartmouth College में 1956 में आयोजित किया गया।

इसके बाद Stanford University और MIT (Massachusetts Institute of Technology) में AI पर रिसर्च तेज़ी से शुरू हुई। इन दोनों संस्थानों ने मशीन लर्निंग, न्यूरल नेटवर्क और रोबोटिक्स में नए आयाम खोले।

आज अमेरिका, चीन, भारत, जापान और यूरोपीय देश AI रिसर्च में अग्रणी हैं। भारत में भी कई स्टार्टअप्स और सरकारी प्रोजेक्ट्स AI को अपनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।

🚀 आज का AI और भविष्य

आज AI हमारे जीवन के हर हिस्से में मौजूद है। चाहे सोशल मीडिया पर रिकमेंडेशन सिस्टम हो, वॉइस असिस्टेंट, मेडिकल डायग्नोसिस या ऑटोमैटिक गाड़ियों की तकनीक — हर जगह AI सक्रिय है।

AI की मदद से अब मशीनें खुद सीख सकती हैं, खुद निर्णय ले सकती हैं और इंसानों के लिए नए समाधान ढूंढ सकती हैं। आने वाले समय में AI आधारित हेल्थकेयर, एजुकेशन और साइबर सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेंगे।

हालाँकि, विशेषज्ञ यह भी मानते हैं कि AI के बढ़ते उपयोग के साथ हमें इसके नैतिक और सुरक्षित उपयोग पर भी ध्यान देना होगा ताकि यह मानवता के हित में काम करे।

🏁 निष्कर्ष (Conclusion)

कृत्रिम बुद्धिमत्ता का जन्म 1950 के दशक में हुआ, जब Alan Turing ने इसका विचार दिया और John McCarthy ने इसे वास्तविक रूप में विकसित किया। AI का पहला प्रयोग अमेरिका में हुआ और आज यह पूरी दुनिया की तकनीक बन चुका है।

AI हमारे जीवन को स्मार्ट, आसान और तेज़ बना रहा है। आने वाले कुछ वर्षों में यह इंसानों के हर क्षेत्र में मददगार साबित होगा।

Written By Nasir Husain [ Lafangga ]

Comments

Add a public comment...